लॉस एंजिलिस. अमेरिका के लॉस एंजिलिस में एक गुरुद्वारे में तोड़फोड़ होने की खबर है। वहां दीवारों पर आईएसआईएस के खिलाफ गालियां और इस्लाम विरोधी नारे लिखे मिले।
क्यों की गई तोड़फोड़?
- यहां सिख समुदाय के एक नेता ने इस बात की आशंका जताई कि घटना कैलिफोर्निया में पिछले दिनों हुई फायरिंग का जवाब हो सकती है।
- कैलिफोर्निया में फायरिंग की घटना के बाद अमेरिका में आईएसआईएस के खिलाफ काफी गुस्सा है।
- बता दें कि पिछले हफ्ते अमेरिका के सैन बर्नार्डिनो के कम्युनिटी सेंटर पर फायरिंग हुई थी। इसमें 14 लोगों की मौत हो गई थी। हमलावर कपल सैयद फारुख और तश्फीन मलिक पाकिस्तानी मूल के बताए गए हैं।
गुरुद्वारे के प्रेसिडेंट ने क्या कहा?
मंगलवार को यह मामला सामने आने के बाद लॉस एंजिलिस के बाहरी इलाके बुएना पार्क में सिख गुरुद्वारे के प्रेसिडेंट इंद्रजोत सिंह ने कहा, ''हम अपने समुदाय के लोगों की सेफ्टी को लेकर चिंतित हैं। हम मानते हैं कि कैलिफोर्निया में हुई फायरिंग के बाद इस तरह की नफरत बढ़ रही है। हमें इसे रोकना होगा।''
अमेरिका में सिखों पर क्यों होते हैं हमले?
- अमेरिकी नागरिक सिखों को मुस्लिम ही समझते हैं। ऐसा उनकी पगड़ी की वजह से होता है।
- 11 सितंबर 2001 को न्यूयॉर्क के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर आतंकी हमले के बाद अमेरिका में सिखों पर हमले के 200 से ज्यादा मामले सामने आए थे।
- इसके बाद सिखों के खिलाफ अमेरिका में हिंसा होती रही है।
- अमेरिका में सिखों की आबादी 5 लाख के आसपास है।
- 2014 में अमेरिका के नेशनल सिख कैम्पेन की तरफ से एक स्टडी हुई।
- इस स्टडी में यह सामने आया कि 60 फीसदी अमेरिकंस सिखों के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं रखते।
- 34 फीसदी अमेरिकंस सिखों और मुस्लिमों में फर्क नहीं कर पाते।