हरियाणा कमांडर फरीदाबाद /सामाजिक न्याय मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामकिशन सैन के नेतृत्व में होने वाली 14 फ रवरी को अति पिछड़ा वर्ग क्रान्ति रैली का भूमि पूजन कर आने वाली नई क्रान्ति का संकेत दे दिया है। इस संकेत भूमि पूजन पर अध्यक्षता राजकुमार छिप्पा पूर्व जज राजस्थान कर रहे थे। श्री सैन ने पूजन के बाद क्रान्तिवीरों को सम्बोधित करते हुए आवाहन किया कि ज्योतिबा फू ले, बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर, कर्पूरी ठाकुर के संकेत को पिछड़ा वर्ग समझने लगा है। उन्होने कहा कि देश की व्यवस्था के मुख्य पोषक कमजोर, पिछड़ी व दलित जातियों को मुख्य धारा से काटकर व्यवस्था से बाहर फेंक दिया। युगों से कामगार जातियों से काम के रूप में सेवा लेते रहे और दासों जैसा व्यवहार करते रहे। श्री सैन ने इन सभी समस्याओं का हल राजनीतिक कोटा बताया। श्री सैन ने कहा कि अब अति पिछड़ा वर्ग जाति तोडक़र समाज के नवनिर्माण में लगा है और इन्ही जातियों की ताकत से राजनीतिक गुलामी मुक्ति आन्दोलन खड़ा करने जा रहा है। 14 फ रवरी की रैली के बाद ताकतवर शक्तियों को अति पिछड़ों के प्रति कुष्ठ धारणा को बदल देंगे। श्री सैन ने पिछड़ों से कहा कि अब यह ललकार भरने का वक्त है अभी पंचायत चुनाव में अति पिछड़ों की भारी तादात में जीते हुए प्रत्याशियों की संख्या बढ़ेगी। हमने इस पर रणनीति बनाकर काम करना शुरू कर दिया है। श्री सैन ने खुलासा करते हुए बताया कि एक वर्ष तक अति पिछड़ों में जाति तोड़ो समाज जोड़ो व राजनीतिक कैडर कैम्प लगाकर अपनी शक्ति को इक_ा करेंगे और फि र शोषित भाई दलितों के साथ मिलकर हरियाणा में एक नई शक्ति खडी करेंगे। आज इस क्रान्ति संकेत पूजन में कई वक्ताओं ने कैडर सम्बोधन किया जिसमें मुख्य रूप से पिछड़ा वर्ग नेता तेजवीर सैन, प्रदेश उपाध्यक्ष मुकेश सोनी, ओम प्रकाश फ ौजी, सुनील गहलोत राजस्थान, जोनी पांचाल रोहतक, सुखबीर प्रजापति माछरौली, कुडिय़ाराम सोनी सुवाणा, कृष्ण स्वामी सालावास, डा0 रमेश सैन गुडग़ांव, सुभाष सैन बिजवासन, मा0 कल्याण सिंह पलवल, रामवीर आर्य फ रीदाबाद, राजेश जांगड़ा भिवानी, बलराज बैरागी, रेणु प्रजापति डीघल, कालू सोनी माजरा, अमित खत्री बहादुरगढ़, दीपक सैन सुलतानपुर, दिनेश सरपंच छबीली, श्री भगवान प्रजापति, मनोज मागरा, रणधीर प्रजापति लोहट, आजाद जोगी बादली, राजेश जांगड़ा काठमण्ड़ी, शिव कुमार उर्फ सुसु प्रदेश अध्यक्ष युवा जांगडा समाज, हरियाणा, नफे सिंह कश्यप, सोमदत्त सैन रेवाड़ी, दयानन्द रोहिल्ला, देवदास चुयरमैन फ रूखनगर, धर्मवीर प्रजापति गुडग़ांव, भगवत प्रसाद जांगड़ा, कृष्ण रोहिल्ला गुडग़ांव, ईश्वर सैन दिल्ली, मा0 इन्द्र सिंह, एडवोकेट हेमन्त सैन आदि सैकड़ो लोगों ने क्रान्ति हवन में आहुति डालकर महापुरूषों के रास्ते पर चलकर विरोधी शक्तियों को उखाड़ फेंकने की शपथ ली।