जेएनयू विवाद इधर उम्र खालिद का समर्पण हुआ तो उधर छात्रों ने लगाये लाल सलाम के नारे
नई दिल्ली. जेएनयू नारेबाजी विवाद में देशद्रोह के पांच आरोपी स्टूडेंट्स में शामिल उमर खालिद और अनिर्बान भट्टाचार्य ने मंगलवार रात 12 बजे सरेंडर कर दिया। दिल्ली पुलिस दोनों को किसी अननोन लोकेशन पर ले गई। इससे पहले दिल्ली हाईकोर्ट ने उमर और उसके साथियों की अपील की सुनवाई के दौरान उन्हें सरेंडर करने को कहा था। पुलिस की रिपोर्ट- JNU में 29 नारे, लेकिन 'पाकिस्तान जिंदाबाद' स्लोगन नहीं...
(मंगलवार देर रात जेएनयू कैंपस के बाहर सरेंडर करने जाता उमर खालिद (घेरे में)
- उमर के अलावा अन्य तीन स्टूडेंट रामा नागा, अनंत और आशुतोष ने सरेंडर से इनकार कर दिया।
- उमर और अनिर्बान ने जब सरेंडर किया, उस वक्त स्टूडेंट्स ने लाल सलाम के नारे लगाए।
- साउथ कैम्पस गेट के बाहर भारी सिक्युरिटी का इंतजाम किया गया था।
- पुलिस उमर और अनिर्बान को पहले बसंत कुंज थाने लेकर जाने वाली थी।
- दोनों को बुधवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा।
कन्हैया को पीटने वाला आरोपी वकील, अरेस्ट
- उधर, दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट में जेएनयू स्टूडेंट्स यूनियन के प्रेसिडेंट कन्हैया को पीटने वाले आरोपी वकीलों में से एक यशपाल त्यागी को अरेस्ट किया गया।
- उसे दिल्ली पुलिस ने अरेस्ट किया। हालांकि, कुछ देर बाद बेल की प्रोसेस पूरी करने के बाद उसे रिहा कर दिया गया।
नारेबाजी केस में 12 पेज की रिपोर्ट
- दिल्ली पुलिस ने इस केस में 12 पेज की एक रिपोर्ट तैयार की है।
- इसमें 29 नारों का जिक्र है, लेकिन ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ का नारा इसमें शामिल नहीं है।
- कैम्पस में 9 फरवरी की रात को कुछ स्टूडेंट्स पर पाकिस्तान जिंदाबाद जैसे देशद्रोही नारे लगाने का आरोप है।
- यह रिपोर्ट डिप्टी कमिशनर ऑफ पुलिस (साउथ) प्रेमनाथ ने सबमिट की है।
- रिपोर्ट में आई विटनेस के बयान हैं। इनमें जेएनयू के स्टूडेंट्स और स्टॉफ शामिल हैं।
- रिपोर्ट के मुताबिक, लोगों ने बताया कि इवेंट में कई तरह के नारे लगे थे। लेकिन पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे नहीं लगे।
- बता दें कि दिल्ली पुलिस ने 12 फरवरी को ‘जी न्यूज’ के फुटेज के बेस पर एक एफआईआर दर्ज की थी, जिसमें पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे भी थे।
- मंगलवार को दिन में यूनिवर्सिटी कैम्पस के बाहर दिल्ली पुलिस के अलावा बीएसएफ-सीआरपीएफ की टीमें तैनात की गईं।
- हालांकि, बाद में बीएसएफ-सीआरपीएफ को वहां से हटा लिया गया।
कन्हैया की बेल का विरोध करेगी दिल्ली पुलिस !
- हाईकोर्ट ने कन्हैया मामले में दिल्ली पुलिस से जांच की स्टेटस रिपोर्ट बुधवार तक फाइल करने को कहा है।
- हाईकोर्ट ने यह निर्देश कन्हैया की बेल पिटीशन पर सुनवाई के दौरान दिए।
- कोर्ट के सामने दिल्ली पुलिस का पक्ष रखते हुए एडिशनल सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने बताया कि दिल्ली पुलिस कन्हैया को बेल दिए जाने का विरोध करेगी।
- मंगलवार सुबह साढ़े 10 बजे जस्टिस प्रतिभा रानी की कोर्ट में मामले की सुनवाई हुई।
- जज ने पूछा कि स्टेटस रिपोर्ट का क्या हुआ? अगर आपके पास रिपोर्ट नहीं है तो मैं आगे कार्यवाही नहीं करूंगी।
- इस पर सॉलिसिटर जनरल ने कहा, हम बुधवार को सीलबंद लिफाफे में रिपोर्ट फाइल करेंगे। यह चार्जशीट फाइल होने से पहले बेल दिए जाने का मामला है। ऐसी स्थिति में रिपोर्ट आरोपी को नहीं दिखाई जा सकती।
- इस पर जज ने कहा, मुझे रिपोर्ट सीलबंद लिफाफे में नहीं चाहिए। आप कल तक इसे फाइल कीजिए और नोटिस जारी कीजिए।
-दिल्ली पुलिस के ही वकील शैलेंद्र बब्बर ने कहा कि पुलिस कन्हैया की जमानत का विरोध करेगी।
- हालांकि इससे पहले पुलिस कमिश्नर बीएस बस्सी कह चुके है कि कन्हैया की जमानत का विरोध नहीं किया जाएगा।
- कन्हैया का पक्ष रखने के लिए वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल, रेबेका जॉन, वृंदा ग्रोवर और सुशील बजाज अदालत कक्ष में मौजूद थे। सुनवाई लगभग 10 मिनट चली।
- हाईकोर्ट बुधवार को ही कन्हैया की जमानत याचिका पर सुनवाई करेगी।
कन्हैया की बेल पिटीशन में क्या ?
- कन्हैया ने दावा किया है कि- उसे इस मामले में झूठे फंसाया गया है, और उसने कोई राष्ट्र विरोधी नारे नहीं लगाए।
- कन्हैया का दावा है कि उसे एक ऐसी FIR के बेस पर गलत तरीके से अरेस्ट किया गया है, जिससे जुड़ा ऐसा कोई सबूत नहीं था जिसमें उस पर एलीगेशन लगाया जा सके।
- पिटीशन में यह भी कहा गया है कि उसके खिलाफ कोई मामला नहीं बनता क्योंकि उसके खिलाफ कोई सबूत नहीं है।
- गौरतलब है कि दो मार्च तक ज्यूडिशियल कस्टडी में भेजे गए कन्हैया ने तिहाड़ जेल में अपनी जिंदगी को खतरा बताते हुए हाईकोर्ट से बेल मांगी है।
पहले क्या दिखाया गया?
- पहले आई फुटेज में एंटी-नेशनल, एंटी-कॉन्स्टीटयूट्शनल और एंटी-गवर्नमेंट नारे दिखाए गए।
- फुटेज में कुछ स्टूडेंट्स 'पाकिस्तान जिंदाबाद' के नारे लगा रहे थे। 11 और 12 फरवरी को ये फुटेज देश के कई चैनलों पर दिखाए गए थे।
- दूसरे वीडियो में जेएनयू प्रेसिडेंट कन्हैया कुमार को एंटी-नेशनल नारे लगाते दिखाया गया था। बताया जा रहा है कि इस वीडियो से भी छेड़छाड़ हो सकती है।
- दो टीवी चैनल इंडिया टुडे और एबीपी न्यूज ने अपने प्रोग्राम में बताया कि वीडियो फुटेज के साथ छेड़छाड़ की गई थी।
- इन चैनलों ने यह भी बताया कि ऑरिजनल वीडियो कैसा था और उसमें कौन-से नारे सुनाई दे रहे थे।