करोड़ों रूपए का फ्रॉड करके भागे रामबीर के भाई की अग्रिम जमानत याचिका कोर्ट में रद्व
पुलिस करेगी अरेस्ट
पलवल में कमेटियां व लक्की ड्रा पूरी तरह फेल
लोगों का पैसा हजम कर हाथ खड़े करने वालों की लाइन लगनी शुरू
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हरियाणा कमांडर/पलवल
करोड़ों रूपए का फ्रॉड करके पलवल से फरार हुए कमेटी संचालक रामबीर के एक भाई की अग्रिम जमानत याचिका मंगलवार को कोर्ट ने रद्व कर दी। रामबीर के भाई ने कोर्ट में एंटीस्पेटरी बेल के लिए याचिका दायर की थी। लेकिन कोर्ट ने याचिका स्वीकार नहीं की। अब पुलिस बेल रिजेक्ट होने के बाद रामबीर के भाई को अरेस्ट करेगी। एसएचओ रविन्द्र कुमार ने बताया कि पुलिस जगह जगह दबिश देगी। सभी नामजद अभियुक्तों को अरेस्ट किया जाएगा।
पलवल में कमेटी व लक्की ड्रा के धंधे चौपट: पहले रीयल एस्टेट के तथाकथित धनकुबेरों ने लूटा। फिर कमेटियों का धंधा करने वालों में श्रवण, रामबीर व प्रवीण चौधरी ने सैंकड़ों लोगों को करोड़ों रूपए का चूना लगाया। श्रवण जेल में बंद है तो रामबीर व प्रवीण चौधरी अपनी अपनी फैमिलिज के साथ पलवल से ही फरार हैं। बताते हैं इनमें से रामबीर ने नौएडा में पेट्रोल पंप लेकर अपना नया ठिकाना बना लिया है जबकि प्रवीण चौधरी देश छोडक़र विदेश में कहीं बस गया है। इनके फरार होने के बाद अब पलवल में हाथ खड़े करने वालों में कइयों का नंबर लग गया है। कुछ परिस्थितियोंवश पैसा लौटाने में अक्षम हैं तो कुछेक को पैसा न लौटाने का अच्छा बहाना मिल गया है। पैसा न लौटाने की घटनाएं आज पहली बार नहीं हो रही हैं। पहले भी कई बार लोग खुद को दिवालिया घोषित कर लोगों का लाखों रूपया हड़प कर चुके हैं। मेन बाजार में बलदेवगंज के पास नवरंग वालों ने हाथ खड़े कर दिए हैं तो हाउसिंग बोर्ड मेें किसी संजय ने हाथ खड़े कर दिए हैं। इससे पहले हेम सिंगला तो उससे पहले किसी अनिल गोयल नामक एक व्यक्ति ने हाथ खड़े कर दिए थे। अनिल गोयल के बेटे की गांधी आश्रम के पास स्पेयर पार्टस की दुकान है। अधिकांश ने किसी लेनदार का एक भी पैसा नहीं चुकाया तो किसी ने पांचवे हिस्से में भुगतान किया है।
उधर अब जवाहर नगर कैंप में दो लक्की ड्रा चलाने वाले भी हाथ खड़े करने की फिराक में हैं। यहां तीन हजार रूपए प्रति माह की दर से ढाई साल से अनेकों लोगों से पैसा लिया जा रहा था। पलवल में अभी और भी लक्की ड्रा वाले अपना बोरिया बिस्तर समेटने की तैयारी में हैं। पैसों को लेकर आए दिन पंचायतें हो रही हैं। कभी बीजेपी नेता दीपक मंगला के घर लोग शिकायत लेकर पहुंच रहे हैं तो कभी पूर्व विधायक सुभाष चौधरी से लोग मिल रहे हैं। व्यापार मंडल के जिला प्रधान संदीप गोयल के समक्ष भी लोग पहुंचे हैं। संभवतय: विधायक करण दलाल से भी लोग अपने पैसे डूबने की शिकायत लेकर गए हैं।
इन घटनाओं के बाद कमेटी संचालकों व मेंबरों में हिसाब किताब फाइनल होने शुरू हो गए हैं। अनेकों लोगों ने नई कमेटी डालने से तौबा कर दी है तो कई कमेटी संचालकों की मार्केट में हवा खराब हो रही है। एक कमेटी संचालक ने तो मोबाइल ही स्विच ऑफ कर दिया है जबकि दो संचालक अपने मेंबरों को बुला बुलाकर हिसाब किताब फाइनल कर रहे हैं। अच्छे अच्छे स्थापित कमेटी संचालकों के नाम उछल रहे हैं। वहीं मार्निंग वॉक पर जाने वाले लोग पार्कों, सीनियर सेकेंडरी स्कूल के ग्राउंड में यही चर्चा करते मिलते हैं। सीनियर सेकेंडरी स्कूल केे ग्राउंड में संजय सिंह राणा, अनिल गुप्ता, संजय छाबड़ा, पप्पु ठाकुर, दीपक तायल, कंवर रमेश कुमार, लछमन नंबरदार, प्रवीण सिंगला, अनिल शर्मा, प्रकाश सिंह, अनिल वर्मा, यूनुस अहमद, संजय मित्तल, डॉ. राज सरदाना, अशोक चुघ, सचिन सिंगला, शैलेन्द्र सिंगला, बीएल शर्मा आदि के बीच आजकल यही चर्चा चल रही होती है कि अगला कमेटी संचालक कौन फरार हो सकता है। यह चर्चा भी रही कि अब कोई फरार नहीं होगा बस केवल हाथ खड़े कर देगा। मोती पार्क में भी अधिकांशतय: यही चर्चा रहती है कि एक शुक्रवार को रामबीर सिंह फरार हुआ तो दूसरे शुक्रवार को प्रवीण चौधरी फरार हो गया। अब तीसरा व चौथा, पांचवां शुक्रवार बीत गया, कोई फरार नहीं हुआ। लगता है अब फरार फरार फरार रूपी पिक्चर रिलीज नहीं हो पाएगी।
कभी होते थे अतिथि, अब सोशल साइट पर मिल रही हैं गालियां:
करोड़ों रूपए समेट कर फरार हुआ कमेटी संचालक रामबीर कभी गणमान्य नागरिकों में शुमार था। पलवल की अनेकों सामाजिक व धार्मिक संस्थाएं रामबीर को अपने फंक्शनों में विशिष्ठ अतिथि का दर्जा देकर आमंत्रित करती थीं। चाहे वो दंगल हों, या फिर नेत्रदान शिविर, या फिर ब्लड डोनेशन कैंप हों। अनेकों संस्थाएं रामबीर सिंह को अपने कार्यक्रमों में सादर आमंत्रित करती थीं। बदले में रामबीर सिंह भी कहीं 51 हजार तो कहीं 21 हजार तो कहीं 11 हजार रूपए का डोनेशन भी दे दिया करता था। इसके अलावा वह कुछ खर्चे भी अपनी तरफ ओट लिया करता था। बदले में रामबीरसिंह को स्मृति चिन्ह, साफा व पगड़ी पहनाकर उसका स्वागत करने में संस्थाएं आगे रहती थीं। दो साल पहले तीज के अवसर पर 30 जुलाई को तीजों वाले मंदिर में हुए दंगल में रामबीर सिंह बाकायदा विशिष्ठ अतिथि के रूप में उपस्थित हुआ था। उसकी तरफ से 21 हजार का डोनेशन भी दिया गया था। अब 5 अगस्त को तीज के अवसर पर लगने वाले दंगल में रामबीर सिंह को न कार्ड भेजा गया न ही उसे आमंत्रित करने की कोई रूपरेखा बनाई गई। कारण स्पष्ट है, कोई भी संस्था गलत कार्य करने वालोंं की न हैल्प लेती है न स्पोर्ट करती है।
रामबीर सिंह के खिलाफ बीजेपी नेता व सेना में रहे सुखबीर फौजी ने एफआईआर भी दर्ज कराई हुई है। एसएचओ रविन्द्र कुमार ने बताया कि पुलिस पूरी तरह से मुस्तैदी से आरोपियों की तलाश कर रही है। उन्होंने जनता से आग्रह किया है कि वे न तो कमेटियों के झांसे में आएं न ही लक्की ड्रा में पैसा फंसाएं। उन्होंने माना कि पहले लोग स्वयं ही इनके बुने हुए जाल में फंसते हैं बाद में पुलिस प्रशासन का सहारा लेते हैं। उन्होंने कहा कि शिकायत मिलने पर किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा।
व्यापार मंडल सदैव कमेटी व लाटरियों व लक्की ड्रा डालने वालों की खिलाफत करता रहा है। जिन कमेटी संचालकों व लक्की ड्रा संचालकों ने लोगों का पैसा देना है, वे उन संपत्तियों को बेचकर लोगों की पाई पाई का भुगतान करें। आखिरकार उन लोगों ने अपनी कोठियां, व्यापारिक प्रतिष्ठान, प्लॉट, फ्लैट आदि जो कुछ भी अर्जित किया है, वह सब कमेटियों व लक्की ड्रा की राशि में से ही लिया है। उन संपत्तियों को लाटरी संचालक व लक्की ड्रा संचालक अपनी निजी संपत्ति मानकर न चलें।
संदीप गोयल जिलाध्यक्ष व्यापार मंडल पलवल
पुलिस बार बार आगाह करती है कि कमेटियों व लक्की ड्रा के झांसों में न पड़ें। लेकिन फिर भी लोग जाने अनजाने झांसे में आ जाते हैं। उन्होंने बताया कि शिकायत मिलने के उपरांत पुलिस ने त्वरित कार्रवाई भी की है। इन मामलों में गिरफ्तारियां भी की गई हैं।
रविन्द्र कुमार एसएचओ थाना कैंप पलवल